सुरेश किशनचंद खतनार बने आईडीबीआई बैंक के उप प्रबंध निदेशक


सुरेश किशनचंद खतनार ने एलआईसी नियंत्रित आईडीबीआई बैंक के उप प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला है। वह वर्तमान में मिड कॉर्पोरेट ग्रुप और ट्रेड फाइनेंस के नेतृत्व में कार्यकारी निदेशक के रूप में आईडीबीआई बैंक के साथ कार्यरत हैं। इस संबंध में मिली आरबीआई की मंजूरी के अनुसार, निदेशक मंडल ने 15 जनवरी, 2020 को हुई बैठक में आईडीबीआई बैंक के बोर्ड में सुरेश किशनचंद खतनार को 3 वर्ष की अवधि के लिए उप प्रबंध निदेशक (डीएमडी) के रूप में नियुक्त किये जाने को मंजूरी दी।


खतनार को रिटेल बैंकिंग बिजनेस, प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग, कॉर्पोरेट बैंकिंग (मिड कॉर्पोरेट और लार्ज कॉर्पोरेट), सर्विस ओरिएंटेड फंक्शन जैसे ट्रेड फाइनेंस और विभिन्न ट्रेजरी प्रॉडक्ट्स की क्रॉस सेलिंग का अनुभव है। बी नवेली भारतीय उद्योग के विकास के लिए ऋण और अन्य वित्तीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक अधिनियम द्वारा 1964 में औद्योगिक विकास बैंक ऑफ इंडिया (आईडीबीआई बैंक लिमिटेड या आईडीबीआई बैंक या आईडीबीआई) की स्थापना की गई थीप्रारंभ में यह भारतीय रिजर्व बैंक की सहायक कंपनी के रूप में संचालित होता न था, बाद में आरबीआई ने इसे भारतीय भारत सरकार को हस्तांतरित कर दिया था। राष्टीय महत्व के कई संस्थान सिडबी. एक्जिम बैंक एनएसई और एनएसडीएल जैसे संस्थानों की उत्पत्ति आईडीबीआई से हई है। वित्तीय क्षेत्र में सुधारों के चलते भारत सरकार ने वर्ष 2010 में बैंक में अपनी हिस्सेदारी कम कर दी थी। फिलहाल आईडीबीआई बैंक में भारतीय जीवन बीमा निगम की 51 फीसद हिस्सेदारी है। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) द्वारा बैंक की कुल पेड-अप इक्विटी शेयर पूंजी का 51 प्रतिशत प्राप्त करने के बाद, आईडीबीआई बैंक को 21 जनवरी, 2019 से नियामक उद्देश्यों के लिए निजी क्षेत्र के बैंक के रूप में वर्गीकृत किया गया है।